Not known Details About shiv chalisa lyrics in english with meaning
Not known Details About shiv chalisa lyrics in english with meaning
Blog Article
शिवजी की पूजा मूर्ति तथा शिवलिंग दोनों रूपों में की जाती है शिव के गले में नाग देवता विराजमान करते हैं तथा उनके हाथों में डमरू और त्रिशूल होता है.
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
shrishivchalisa.com participates while in the Amazon Associates Associates Application, an affiliate promotion application made to give a means for web pages to gain commissions by linking to Amazon.
स्वामी एक है आस तुम्हारी । आय हरहु अब संकट भारी ॥
शबरी सँवारे रास्ता आएंगे राम जी - राम भजन
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
किया तपहिं भागीरथ भारी । पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी ॥
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
अर्थ- shiv chalisa lyrics हे शिव शंकर भोलेनाथ आपने ही त्रिपुरासुर के साथ युद्ध कर उनका संहार किया व सब पर अपनी कृपा की। हे भगवन भागीरथ के तप से प्रसन्न हो कर उनके पूर्वजों की आत्मा को शांति दिलाने की उनकी प्रतिज्ञा को आपने पूरा किया।
प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला। जरत सुरासुर भए विहाला॥
आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर । भये प्रसन्न दिए इच्छित वर ॥